आप सभी को दीपावली के पवन पर्व की ढेरो सुभकामनाये , माँ लक्ष्य और कुबेर आपके अन्न और धन के भंडार भरे आपका स्वस्थ और करोभर अच्छा रहे यही कामनाये करते है , आज हम लेकर आये है आपके लिए इस आर्टिकल में दिवाली पर माँ लक्ष्य पूजन का सही टाइम , पूजन मुहूर्त , सामग्री , विधि आरती और मंत्र , हमारे द्वारा यहाँ दी गई सारी सुचना हिन्दू कलेंडर और पंचांगों से ली गई है , हमारी टीम ने जाने मने पंडितो से इस विषय पर जानकारी लेकर इस आर्टिक को लिखा गया है
भारत में दिवाली का पर्व उत्साह और भक्ति का सबसे बड़ा प्रतीक है। यह त्योहार अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का संदेश देता है। दिवाली के दिन माता लक्ष्मी का पूजन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इसी दिन समुद्र मंथन से धन की देवी महालक्ष्मी जी प्रकट हुई थीं। मान्यता है कि जो भक्त नियमपूर्वक और श्रद्धा भाव से लक्ष्मी पूजन करता है, उसके घर में सुख-समृद्धि, धन और वैभव का वास होता है।
इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे – लक्ष्मी पूजन 2025 की तिथि, लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त, सुबह पूजन का समय, विधि, मंत्र, आरती और सामग्री।
जाने लक्ष्मी दीवाली पूजन 2025 कब है : Diwali Lakashami Pujan Kab Hai
दीवाली 2025 की तिथि: रविवार, 26 अक्टूबर 2025
इस दिन कार्तिक अमावस्या होगी और इसी दिन माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव का पूजन पूरे भारत में बड़े धूमधाम से किया जाएगा।
लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त और समय 2025 : Diwali Pujan Muhurat And Time In 2025
पंडितों और पंचांग के अनुसार 2025 में दिवाली पर लक्ष्मी पूजन के लिए विशेष मुहूर्त रहेगा।
- लक्ष्मी पूजन मुहूर्त (प्रदोष काल):
शाम 05:40 बजे से 07:55 बजे तक (कुल 2 घंटे 15 मिनट) - अमावस्या तिथि प्रारंभ: 25 अक्टूबर 2025, रात 11:10 बजे
- अमावस्या तिथि समाप्त: 26 अक्टूबर 2025, रात 09:55 बजे
- प्रातःकालीन मुहूर्त:
सुबह 08:25 बजे से 10:00 बजे तक (यदि शाम का पूजन संभव न हो)
👉 सबसे उत्तम समय संध्या प्रदोष काल का ही माना गया है, जब पूरे घर में दीप जलाकर माता लक्ष्मी का आह्वान किया जाता है।
दिवाली लक्ष्मी पूजन विधि: Diwali Lakashami Pujan Vidhi
लक्ष्मी पूजन की विधि अत्यंत सरल है, लेकिन इसे नियम और शुद्धता से करना आवश्यक है।
पूजन विधि चरणबद्ध:
- घर की सफाई करें – घर को अच्छे से साफ कर लें और दरवाजे पर रंगोली, दीप और तोरण सजाएँ।
- पूजन स्थान तैयार करें – एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएँ और उस पर माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देव की मूर्ति/चित्र स्थापित करें।
- कलश स्थापना करें – तांबे/पीतल के कलश में जल भरें, उसमें सुपारी, सिक्के, अक्षत, आम के पत्ते डालें और नारियल रख दें।
- दीप प्रज्वलित करें – घी का दीपक जलाकर भगवान का ध्यान करें।
- गणेश पूजन – सबसे पहले विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा करें।
- माता लक्ष्मी पूजन – अब महालक्ष्मी जी को सिंदूर, चावल, पुष्प, अक्षत, मिठाई और वस्त्र अर्पित करें।
- कुबेर पूजन – धन के देवता कुबेर जी की पूजा करें और व्यापार/धन में वृद्धि की प्रार्थना करें।
- धन रखने की परंपरा – इस दिन बही-खाते, तिजोरी या धन से संबंधित वस्तुओं की पूजा अवश्य करें।
- आरती और मंत्र जाप – अंत में लक्ष्मी जी की आरती और मंत्रों का पाठ करें।
दिवाली लक्ष्मी पूजन मंत्र : Diwali Lakshami Pujan Mantra
लक्ष्मी पूजन के समय कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है।
प्रमुख मंत्र:
- श्री लक्ष्मी मंत्र:
“ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” - धन प्राप्ति मंत्र:
“ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मिभ्यो नमः” - गणेश मंत्र (आरंभ में):
“ॐ गं गणपतये नमः”
👉 मंत्र जाप कम से कम 11, 21 या 108 बार करना श्रेष्ठ माना जाता है।
दिवाली लक्ष्मी पूजन आरती : Diwali Lakashami Pujan Aarti
लक्ष्मी पूजन के अंत में आरती करना अत्यंत शुभ होता है। आरती के बिना पूजन अधूरा माना जाता है।
“जय लक्ष्मी माता” आरती:
जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निसदिन सेवत, हर विष्णु विधाता॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
(पूरी आरती में 8 चौपाइयाँ होती हैं, जिन्हें श्रद्धा भाव से गाना चाहिए।)
दिवाली स्पेशल लक्ष्मी पूजन सामग्री सूची : Diwali Lakashami Pujan Samagari List
पूजन के लिए आवश्यक सामग्री पहले से तैयार कर लेनी चाहिए।
सामग्री सूची:
- माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर जी की प्रतिमा/चित्र
- चौकी और लाल कपड़ा
- कलश (जल, सुपारी, नारियल, आम पत्ते, सिक्के)
- दीपक (घी/तेल) और रूई की बाती
- धूप, अगरबत्ती, कपूर
- चावल (अक्षत), हल्दी, कुमकुम, रोली, सिंदूर
- फूल और माला
- मिठाई, फल, सूखे मेवे
- पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल)
- पान, सुपारी, लौंग, इलायची
- नोट, सिक्के या बही-खाते
- आरती की थाली
निष्कर्ष :
आपको हमारा ये दीपावली के त्यौहार के लिए माँ लक्ष्मी की पूजा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी का आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा होगा , आप इस आर्टिकल को होने परिवार के लोगो को और हिन्दू धर्म और दिवाली मनाने वालो को भेजे और माँ लक्ष्मी की पूजा के बारे में दी गई हमारी सम्पूर्ण जानकारी से अवगत करवाए , इस के अलावा आप हिंदी शायरी और दीपावली की सुभकामनाये पढ़ना और भेजना चाहते है तो हमारी इस वेबसाइट पर आपके लिए हिनीद शायरी जैसे – Dussehra Shayari in Hindi , दिवाली शायरी कॉर्पोरेट, दशहरा शायरी हिंदी इत्यादि पढ़ सकते है , दीवाली 2025 का लक्ष्मी पूजन 26 अक्टूबर (रविवार) को है। शाम के प्रदोष काल में पूजा करना सबसे श्रेष्ठ रहेगा। लक्ष्मी पूजन केवल धन प्राप्ति का ही उपाय नहीं है, बल्कि यह हमें जीवन में सच्चाई, पवित्रता और कर्तव्यनिष्ठा की राह पर चलने की प्रेरणा देता है।
यदि विधिपूर्वक मंत्र, आरती और सामग्री के साथ लक्ष्मी पूजन किया जाए तो माता लक्ष्मी की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और सौभाग्य का वास होता है।