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तनोट माता मंदिर कहां है, तनोट माता की कहानी,इतिहास, फोटो और मंदिर से बॉर्डर कितनी दूर है

आपको इस आर्टिकल में मिलेगा तनोट माता मंदिर की जानकारी, स्थान , पूजा समय , तनोट माता की ऐतिहासिक कहना , चमत्कार और तनोटराय मंदिर से बॉर्डर की दुरी इत्यादि जानकारी | 

तनोट माता मंदिर कहाँ है : Tanot Mata Mandir Kahan Hai 

 

तनोट माता का मंदिर भारत देश में स्तिथ राजस्थन के जैसलमेर जिले में स्तिथ है , यह मंदिर, जैसलमेर शहर से तकरीबन 125  किलोमीटर की दुरी पर स्तिथ , तनोट नाम के गांव में है. यह मंदिर, भारत-पाकिस्तान बॉर्डर ( indo -Pak Border ) से 25 किलोमीटर नजदीकी पर बना हुआ है | इस मन्दिर को ‘तनोट राय’ भी कहते हैं। पुराणों के आधार पर मामडिया चारण की पुत्री देवी आवड़ को तनोट माता के रूप में पूजा जाता है। पुराने चारण साहित्य के अनुसार तनोट माता, हिंगलाज माता की अवतार हैं जिनका प्रसिद्ध मन्दिर बलूचिस्तान (पाकिस्तान) में हैजहाँ भारतीय श्रदालु भी धोक लगते है । 

तनोट माता मंदिर से बॉर्डर की दुरी : Tanot Mata Se Border Ki Duri 

 

तनोट माता का मंदिर भारत-पाकिस्तान बॉर्डर ( indo -Pak Border ) से 25 किलोमीटर जैसलमेर की और नजदीकी पर बना हुआ है,  तनोट माता की पूजा भारतीय आर्मी (BSF ) द्वार पूजा की जाती है , भारतीय थल सेना की देख रेख में माँता का  मंदिर रखा गया है | 

भारत-पाक लड़ाई और तनोट माता का इतिहास ,कहानी

 

तनोट माता के इतिहास की बात करे,  तो कई कहानी और किस्से बने हुए है , जीने पढ़कर माँ तनोटराय की रहसयमई कहानी और चमत्कारिक वर्णन सुनने को मिलते है | इतिहासकारो के अनुसार 1965 के भारत – पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों और सीमा सुरक्षा बल के जवानों की तनोट माता ने मां बनकर ही रक्षा की थी , कहा जाता है की पाकिस्तान की बमबारी के दौरान फेंके गये गरनेट और बम तनोट ,माता के मंदिर के नजदिक गिरे थे , लेकिन कोई भी बम ब्लास्ट ( फूटा) नहीं हुआ | , तनोट मात मंदिर में आज भी बम निसानी और पर्यटन के तोर पर देखने को मिलते है | इस वजह से इस देवी को थार की वैष्णो देवी और सैनिकों की देवी के उपनाम से भी जाना जाता है।

रामदेवरा से तनोट माता कितने किलोमीटर है : Ramdevra To Tanot Duri 

 

रामदेवरा से तनोट माता मंदिर की कुल दुरी और समय गूगल मैप के अनुसार निम्न प्रकार है  – 3 hr 22 min (237.3 km) via राष्ट्रीय राजमार्ग 11 और NH 68 

आप रामदेवरा से तनोट माता मंदिर द्वारा पहुंच तीन विकल्पों के माध्यम से पहुँच सकते हैं 1 ट्रेन से,   2 बस से,  3 और कैब बुक करके , भी पहुंच सकते हैं अगर बाई ट्रेन की बात करे तो , ट्रेन का सफर रामदेवरा से जैसलमेर तक ही होता है , जैसलमेर से आगे बस या टैक्सी से ही जाना होगा | बस से तनोट माता पहुंचने में लग भाग 9 घंटे का समय लगता है और कैब से तनोट माता पहुंचने में लग-  भाग 2 से 3 घंटे का समय ही लगता है,  बाबा रामदेवरा से तनोट माता मंदिर की दूरी 118 किलोमीटर है | यह दोनों मंदिर भारत के प्रसिद्ध और दर्शनीय स्थल है , जिनके दर्शन करने के लिए देश और विदेश से पर्यटक आते हैं | दोनों मंदिरो में निशुलक प्रवेस है और , न कोई भर्मण की टिकट है , रामदेवरा में राम सरोवर से आप बोटिंग कर सकते है म जिस का चार्ज कमेठी नहीं लेती है , आप अपनी इच्छा अनुसार दे सकते है | 

तनोट माता कितनी बहने थी : Tanot Mata Ki Bahine 

 

इतिहासकरो और ग्रंथो के अनुसार तनोट माता की छः बहने थे – १. आशी, २. सेसी, ३. गेहली, ४. होल, ५. रूप, ६. लांग. , तनोट माता को कई नामो से जाना जाता है जैसे – सेनिको की देवी ,थार की वैष्णो देवी , आई माता , बम्बो वाली माता , और  माता आवड़देवी के नाम से भी जाना जाता है. जैसलमेर के तनोट माता मंदिर में हर साल नवरात्र के दौरान मेला लगता है

तनोट माता मंदिर फोटो : Tanot Mata Mandir Image 

 

यहाँ आपको तनोट माता के मंदिर की फोटो , तनोट माता दर्शन फोटो , तनोट माता प्रवेश द्वारा फोटो इत्यादि देखने को मिलेगी | 

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